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केंद्रीय विश्वविद्यालय में ‘ (डिस्कोर्स एनालिसिस)’ विषयक विशेष व्याख्यान आयोजित

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केंद्रीय विश्वविद्यालय में ‘ (डिस्कोर्स एनालिसिस)’ विषयक विशेष व्याख्यान आयोजित


अशोक वरमा,बठिंडा, 24 दिसंबर:2021

पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा में अंग्रेजी विभाग द्वारा ‘डिस्कोर्स एनालिसिस: एन ओवरव्यू’ विषय पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया जिसमें गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के अंग्रेजी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. गुरुपदेश सिंह मुख्य वक्ता के रूप में सम्मिलित हुए।

प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डॉ. गुरुपदेश सिंह ने कहा कि डिस्कोर्स एनालिसिस (विमर्श  विश्लेषण) समाज में लोगों द्वारा अपने संदेश दूसरों तक भेजने हेतु अपनाए जाने वाली संचार विधि का विश्लेषण करना है। इसमें सामाजिक संदर्भ में बातचीत के दौरान उपयोग की जाने वाली लिखित, मौखिक और सांकेतिक भाषा का विश्लेषण सम्मिलित है। उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि विमर्श विश्लेषण मानविकी और सामाजिक विज्ञान विषयों के साथ-साथ भाषा विभागों में अध्ययन के विषय के रूप में भी अधिक लोकप्रिय हो रहा है। अपने वक्तव्य में उन्होंने बताया कि भाषाई पहचान के रूप में विमर्श के दो महत्वपूर्ण घटक हैं: सामंजस्य और सुसंगतता, जिसका मूल्यांकन केवल बातचीत के संदर्भ, संयोजन, प्रतिस्थापन, समानता, मंचन, प्रतिनिधित्व और शैली की पहचान करके किया जा सकता है। विमर्श के अंतःक्रियात्मक संदर्भ को समझने हेतु उन्होंने भाषण कृत्यों, बातचीत के सिद्धांतों (स्पष्टता, गुणवत्ता, मात्रा और सामग्री की प्रासंगिकता), सहकारी सिद्धांतों, स्वर संकेतों, और शब्द ज्ञान को जानने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने साहित्यिक, संवाद और सैद्धांतिक उदाहरणों का उपयोग करते हुए विमर्श विश्लेषण के विभिन्न दृष्टिकोणों पर प्रकाश डाला। व्याख्यान सत्र के बाद प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया।

कार्यक्रम के आरंभ में अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. शाहिला जफर ने प्रतिभागियों का अभिनंदन करते हुए मुख्य वक्ता का परिचय दिया। अंत में डॉ. विपन पाल सिंह ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन दिया। आभासी पटल पर आयोजित इस कार्यक्रम में पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय और अन्य संस्थानों के सौ से अधिक छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया।


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